सोमवार, 26 अगस्त 2024

Idana Mata Ji Photo, Banner, Wallpaper Collection

Idana Mata Temple Bambora Goddess Idana Mata - the famous Shakti Peetha of the Mother Goddess in the village Bambora, situated amidst the hills of Aravalli on the Kurabad-Bambora route, 60 km from Udaipur district headquarters.

सोमवार, 29 जुलाई 2024

ईडाणा माता का मंदिर कहां पर है?

Idana Mata Mandir - ईडाणा माता का मंदिर राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है। यह मंदिर उदयपुर शहर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर कुराबड- बम्बोरा मार्ग पर अरावली की विस्तृत पहाड़ियों के बीच स्थित है मेवाड़ का प्रमुख शक्ति-पीठ ईडाणा माता जी मंदिर। ईडाणा माता का मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है और यहां पर भक्तों की भारी संख्या आती है।



रविवार, 28 जुलाई 2024

Idana Mata Mandir Darshan 28 July 2024

Idana Mata Mandir -  🚩🔱 श्री शक्तिपीठ ईडाणा माता मंदिर 🔱🚩 

आज़ के विशेष श्रृंगार दर्शन 🚩



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शुक्रवार, 12 जुलाई 2024

Idana Mataji Ka Photo, Wallpaper Download Online

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शुक्रवार, 6 मई 2016

Idana Mata Ji Temple - Kurabad Bambora Road



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Idana Mata Ji - Kurabad Bambora Road, Salumber

उदयपुर शहर से 60 कि.मी. दूर कुराबड- बम्बोरा मार्ग पर अरावली की विस्तृत पहाड़ियों के बीच स्थित है मेवाड़ का प्रमुख शक्ति-पीठ इडाना माता जी. राजपूत समुदाय, भील आदिवासी समुदाय सहित संपूर्ण मेवाड़ की आराध्य माँ.

स्थानीय लोगों में ऐसा विश्वास है कि लकवा से ग्रसित रोगी यहाँ माँ के दरबार में आकर ठीक होकर जाते हैं. माँ का दरबार बिलकुल खुले एक चौक में स्थित है. ज्ञात हुआ कि यहाँ देवी की प्रतिमा माह में दो से तीन बार स्वतः जागृत अग्नि से स्नान करती है. इस अग्नि स्नान से माँ की सम्पूर्ण चढ़ाई गयी चुनरियाँ, धागे आदि भस्म हो जाते हैं. इसी अग्नि स्नान के कारन यहाँ माँ का मंदिर नहीं बन पाया. माँ की प्रतिमा के पीछे अगणित त्रिशूल लगे हुए है. यहाँ भक्त अपनी मिन्नत पूर्ण होने पर त्रिशूल चढाने आते है. साथ ही संतान की मिन्नत रखने वाले दम्पत्तियों द्वारा पुत्र रत्न प्राप्ति पर यहाँ झुला चढाने की भी परम्परा है. इसके अतिरिक्त लकवा ग्रस्त शरीर के अंग विशेष के ठीक होने पर रोगियों के परिजनों द्वारा यहाँ चांदी या काष्ठ के अंग बनाकर चढ़ाये जाते हैं.



प्रतिमा स्थापना का कोई इतिहास यहाँ के पुजारियों को ज्ञात नहीं है. बस इतना बताया जाता है कि वर्षो पूर्व यहाँ कोई तपस्वी बाबा तपस्या किया करते थे. बाद में धीरे धीरे स्थानीय पडोसी गाँव के लोग यहाँ आने लगे.
प्रमुख स्थल- माँ का दरबार, अखंड ज्योति दर्शन, धुनी दर्शन, गौशाला, विस्तृत भोजनशाला, रामदेव मंदिर आदि.
प्रमुख दर्शन – प्रातः साढ़े पांच बजे प्रातः आरती, सात बजे श्रृंगार दर्शन, सायं सात बजे सायं आरती दर्शन यहाँ प्रमुख दर्शन हैं. इस शक्ति पीठ की विशेष बात यह है कि यहाँ माँ के दर्शन चौबीस घंटें खुले रहते है. सभी लकवा ग्रस्त रोगी रात्रि में माँ की प्रतिमा के सामने स्थित चौक में आकर सोते है. दोनों नवरात्री यहाँ भक्तों की काफी भीड़ रहती है. इसके अतिरिक्त सभी प्रमुख त्यौहार यहाँ धूमधाम से मनाये जाते है.
कैसे पहुचें- सूरजपोल से प्रातः उपनगरीय बस सेवा उपलब्ध. इसके अतिरिक्त कुराबड-बम्बोरा मार्ग पर जाने वाले वाहनों से बम्बोरा पहुचकर वहा से जीप द्वारा शक्तिपीठ पंहुचा जा सकता है. स्वयं के वाहनों से जाने पर देबारी- साकरोदा- कुराबड- बम्बोरा होते हुए शक्ति पीठ पंहुचा जा सकता है. (दुरी- 60 किलोमीटर)

इस शक्ति पीठ की विशेष बात यह है कि यहाँ माँ के दर्शन चौबीस घंटें खुले रहते है | सभी लकवा ग्रस्त रोगी रात्रि में माँ की प्रतिमा के सामने स्थित चौक में आकर सोते है | दोनों नवरात्री यहाँ भक्तों की काफी भीड़ रहती है | इसके अतिरिक्त सभी प्रमुख त्यौहार यहाँ धूमधाम से मनाये जाते है.

प्रमुख स्थल

  • माँ का दरबार
  • अखंड ज्योति दर्शन
  • धुनी दर्शन
  • गौशाला
  • विस्तृत भोजनशाला
  • नवग्रह मंदिर आदि

प्रमुख दर्शन

  • प्रातः साढ़े पांच बजे
  • प्रातः आरती,
  • सात बजे श्रृंगार दर्शन,
  • सायं सात बजे सायं आरती दर्शन यहाँ प्रमुख दर्शन हैं.

कैसे पहुचें

सूरजपोल से प्रातः उपनगरीय बस सेवा उपलब्ध. इसके अतिरिक्त कुराबड-बम्बोरा मार्ग पर जाने वाले वाहनों से बम्बोरा पहुचकर वहा से जीप द्वारा शक्तिपीठ पंहुचा जा सकता है |

स्वयं के वाहनों से जाने पर देबारी- साकरोदा- कुराबड- बम्बोरा होते हुए शक्ति पीठ पंहुचा जा सकता है. (दुरी- 60 किलोमीटर) |


यहाँ पर देवी खुश होने पर करती है अग्नि स्नान

यहाँ देवी की प्रतिमा माह में दो से तीन बार स्वतः जागृत अग्नि से स्नान करती है | इस अग्नि स्नान से माँ की सम्पूर्ण चढ़ाई गयी चुनरियाँ, धागे आदि भस्म हो जाते हैं | इसी अग्नि स्नान के कारन यहाँ माँ का मंदिर नहीं बन पाया | माँ की प्रतिमा के पीछे अगणित त्रिशूल लगे हुए है | यहाँ भक्त अपनी मिन्नत पूर्ण होने पर त्रिशूल चढाने आते है |



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Idana Mata Ji का मंदिर, जिसे ईडाणा माता मंदिर सलूंबर के नाम से भी जाना जाता है, उदयपुर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ईडाणा माता मंदिर उदयपुर राजस्थान के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है, Idana Mata temple photos और Idana Mata photo इस मंदिर की अद्भुत वास्तुकला और धार्मिक महत्व को दर्शाती हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि Udaipur to Idana Mata distance कितना है या राजस्थान में शक्तिपीठ कहां है, तो इस मंदिर की यात्रा आपको एक आध्यात्मिक अनुभव देगी। श्री शक्ति पीठ ईडाणा माता जी मंदिर Idana धार्मिक आस्था और भक्ति का प्रतीक है।